A Review Of hindi story
गांव के लोग भी बिना डरे उस वृक्ष के नीचे जाने लगे।एक झोंपड़े के द्वार पर बाप और बेटा दोनों एक बुझे हुए अलाव के सामने चुपचाप बैठे हुए थे �
गांव के लोग भी बिना डरे उस वृक्ष के नीचे जाने लगे।एक झोंपड़े के द्वार पर बाप और बेटा दोनों एक बुझे हुए अलाव के सामने चुपचाप बैठे हुए थे �